सट्टे दिसावर का नंबर कैसे निकाले? satta ka number kaise nikale

Aaiye Jane vo tarike jo satta ka number nikalne me kaam aate hai aur sikhen ki Matka Kaise Khele Jaise Log Aam Tor Par Satta Bhi Kehate Hai.
इंडिया में और जो लोग हिंदी भाषा जानते है वहां “Betting” को सट्टा (Satta) कहते है, सट्टा(Matka Ka Khel) कभी सट्टा के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह इसी नाम से सबसे पहले लोगों में मशहूर हुआ था. इस Tips में हम Ratan Matka Tips Tody, Makta Tips and Tricks, Kalyan Matka Tips Today आदि के बारे में जानेंगे | Matka एक बहुत ही सरल खेल है और मूलभूत रूप से वो लाटरी का ही एक प्रकार है. यह खेल की स्थापना रतन खत्री द्वारा 70 के दशक में की गई थी और यह खेल 90 के दशक तक बहुत फेमस बना रहा. आजकल यह खेल बहुत कम ही खेला जाता है. ज्यादातर यह इंडिया और पाकिस्तान के क्षेत्रों में ही खेला जाता है. आजकल अधिकाँश लोग Matka के बदले लाटरी खेल खेलना ज्यादा पसंद करते है. अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर जाएँ……….Read More

संख्याओं का चयन कैसे करें : (Ratan Matka Tips Today)

इस खेल में आपको 0-9 के बेच में से किसी भी तीन संख्याओं का चयन करना होता है. उदाहरण के तौर पर आपने अक्रामत तरीके से 5,3 और 6 संख्याओं का चयन किया. खेल को और भी रोचक बनाने के लिए यह in संख्याओं को जोड़ दिया जाता है (जैसे: 5+3+6+) और आखिरी संख्या दी जाती है. इसे उदाहरण: में वोह संख्या 14 है. आपको इस संख्या का सिर्फ आखिरी एक अंक ही इस्तेमाल करना है. इस उदाहरण में वो अंक 4 है. अब आपको प्रथम ड्रा होगा 5,3,6,*4.

संख्याओं का दूसरा समूह भी निकाला जाता है जो पहले ड्रा की तरह ही निकाला जाता है. उदाहरण के तौर पर मान लो की संख्याएँ 8,2 और 8 है. अब इनका जोड़ 18 होता है और हम इस संख्या का आखिरी अंक ही इस्तेमाल करते है इस लिए हमारा दूसरा ड्रा होगा 8,2,8,8. ऊपर दिया गया चित्र देखें हमारा अंतिम कार्ड कुछ ऐसा दिखेगा :5,3,6,4×8,2,2*8 यहाँ पर उसका उदाहरण भी दिया गया है.

अब जाने आप कैसे जीतते हो ! (Makta Tips and Tricks)

मटका सट्टा में जितने के लिए आपके पास विविध विकल्प रहते है और इसमें Payouts का रेट 9/1 से लेकर 999/1 तक रहता है. आप सभी संख्याओं के पसंद किये जाने की सम्पूर्ण संभावना पर दाव लगा सकते है जो प्रथम या आखिरी या फिर दुसरे किसी प्रकार से दाव लगा सकते है जसी Matka सट्टेबाजी स्वीकार करता हो. इसी वजह से यह खेल बड़ा लुभावना बन सकता है क्योंकि इनाम की रकम गुणा होती है और यह खेल केवल संभावना पर आधार रखता इसलिए इसे महात नहीं किया जा सकता. इसमें जितने के लिए बस किस्मत चाहिए लेकिन बहुत से लोग अपने संख्याओं को लेकर अंधविश्वासी होते है और वो सिर्फ वही संख्या पर खेलते है, जैसे लाटरी खेलों में होता है.

शुल्क और अनुपात ! (Kalyan Matka Tips Today )

आप जीतेंगे ऐसा मान के चलते हो आपकी दाव पर लगाई गई कुल धन राशि में से सट्टेबाज ज्यादा से ज्यादा केवल 5% राशि शुल्क के तौर पर ले सकते है. क्योंकि यह खेल पूर्ण रूप से किस्मत पर निर्भर है, सट्टेबाजी और दाव लगाने वाला, इनाम से किसी का भी पलड़ा भारी नहीं हो इस लिए सट्टेबाजी दाव पर लगाई गए हर एक रु पर 5% से ज्यादा शुल्क नहीं ले सकता.
अगर कोई एक संख्या या संख्याओं के संचय के ऊपर बड़ी भारी मात्र में दाव लगाया गया है और अगर वही संख्याएं उठायीं जाती है तो सट्टेबाजी की भाग जाने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि वो शायद इनाम की इतनी बड़ी रकम चूका नहीं पायेगा.
आमतोर पर रात को 9 बजे और 12 बजे पर कार्ड और संख्याएँ निकाली जाती है और विजेता के नाम भी उसी वक़्त घोषित किये जाते है.

इनाम की रकम कुछ इस तरह गिनी जाती है. 10 रुपया की शर्त का उदाहरण देता हूँ:

आपके द्वारा चयन किये गया प्रथम अंक ड्रा में निकाला जाता है : 9×10 रु(आपकी शर्त की राशि =90रु)
आपके द्वारा चयन किया गया दूसरा ड्रा में निकाला जाता है: 9×10 रु (आपकी शर्त की राशि =90रु)
आपके ड्रा चयन की गई संख्याओं में से मध्य की संख्या और प्रथम नंबर सही मेल में निकली जाती है: 90×10 रु(आपकी शर्त की राशि=900रु)

Satta –मटका का निष्कर्ष कैसे किया जाता है !

रतन खत्री के पुराने दिनों को याद रखने वाले बहुत से उत्साही खिलाडी भी यह खेल खेलने में रूचि रखते है. पहले के दिनों के मुकाबले आज इस खेल की लोकप्रियता में बहुत कमी आ गई है और आजकल लोग मोबाइल के द्वारा क्रिकेट के खेल पर या फिर सट्टेबाजो के साथ इन्टरनेट पर लाइव Casino पर त्वरित गति से चलने वाले खेल पर शर्त लगाना ज्यादा पसंद करते है. Matka King के नाम से प्रशिद्ध हो चूका रतन खत्री का क्या हुआ. 1995 मेंगिरफ्तार होने के बाद उसको अपने खेल बंद करना पड़ा और आजकल दुसरे अपराधी यह खेल को चला रहे है जसी वो बहुत ही पसंद करता तह. आजकल रतन खत्री रेसट्रैक पर रेसिंग पर 5-10 रु की शर्त लगाते हुए दिखता है. ऐसी असीम बुलंदियों को छु कर निचे ज़मीन पर गिर जाने के बावजूद सट्टा खेल के प्रसंशकों के बिच रतन खत्री का नाम आज भी प्रसिद्ध है.